खुलासा: हरीश रावत ने नही किया था उत्तरा को सस्पेंड

The95news, देहरादून। सोशल मीडिया पर वायरल खबर कि शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा पन्त को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से पहले पूर्व मुख्यमंत्री निशंक व हरीश रावत ने भी सस्पेंड किया था। इस खबर के हमने तह तक जाने की कोशिश की तो पता चला कि उत्तरा बहुगुणा को हरीश रावत ने सस्पेंड नही किया था। ये बात पूर्णतः गलत और भ्रामक है कि हरीश रावत ने उत्तरा बहुगुणा को सस्पेंड किया था। जबकि सत्यता यह है कि हरीश रावत ने उत्तरा बहुगुणा की बात सुनी और समस्या का समाधान किया था।
उत्तरा बहुगुणा पन्त बतातीं हैं कि मेने जब हरीश रावत से मिलने की कोशिश की तो हरीश रावत जी सचिवालय में एक बैठक में थे और मेरे काफी बोलने पर अधिकारियों ने मुझे इंतज़ार करने को कहा था। और मीटिंग खत्म होने के बाद रात 3 बजे हरदा सबसे पहले मुझसे ही मिले थे और मेरी पूरी बात सुन कर तुरन्त अधिकारियों को आदेशित किया था और 8-10 दिन में मेरा वो कार्य एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में ट्रांसफर हो गया था।
यही नही उत्तरा जी बताती है कि जब मुख्यमंत्री निशंक को मैं देहरादून के गांधी पार्क में शौर्य दिवस पर मिली थी तो उन्होंने मुझे सस्पेंड करवाने के लिए अधिकारियों को फोन किया और मुझे सस्पेंड करवा दिया था परन्तु जांच करवा कर नियमानुसार।
लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने नियमों के विरुद्ध मुझ 57 वर्षीय विधवा महिला को पुरुष पुलिस से गिरफ्तार करवाया और नियमों के विरुद्ध ही तुरंत सस्पेंड के मौखिक आदेश दिए हैं